Monday, March 14, 2011

हिमाचल में नए मेहमान पक्षियों का कलरव

हिमाचल की खूबसूरत वादियों का लुत्फ आजकल कुछ नये मेहमान उठा रहे हैं। वन अधिकारियों का कहना है कि ये मेहमान यहां पहली  बार दिखाई दे रहे हैं। हिमाचल की कांगड़ा घाटी के पोंग बांध में नए मेहमान पक्षी पीड एवोसेट पहुंचे हैं। प्रखंड वन अधिकारी के मुताबिक 'पोंग में पीड एवोसेट का दिखना नई बात है। पिछले सप्ताह गुगलारा और धमेता इलाके के बीच आठ 'पीड' के बसेरे देखे गए।'
ये जानना रोचक है कि पीड एवोसेट एक सफेद रंग का पक्षी होता है जिसके पंखों पर गहरे काले रंग की धारियां होती हैं। इन पक्षियों को इन दिनों धमतेरा के दलदली इलाके में देखा जा सकता है। वे सुदूर हिमालयी क्षेत्र से हजारों मील की यात्रा कर यहां पहुंचे हैं। इनके पंख 77 से 80 सेंटीमीटर तक फैल सकते हैं। ये पक्षी यूरोप और पश्चिमी  व मध्य एशिया में प्रजनन करते हैं। सर्दियों के दिनों में अफ्रीका या एशिया चले जाते हैं।
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वर्तमान में पोंग बांध में 85 से ज्यादा प्रजातियों के 120000 से ज्यादा प्रवासी पक्षी अपना बसेरा बनाए हुए हैं। नगरोटा सुरियन, सथाना, संसारपुर के सीढ़ीदार खेतों और रैंसर द्वीप इलाके में ये पक्षी ज्यादा संख्या में हैं। उन्होंने बताया कि इस बार भी बार- हेडेड गीज, कूट्स, कॉमन पोचार्ड्स, पिंटेल्स, कोरमोरैंट्स और स्पॉटबिल बत्तख जैसे प्रवासी पक्षी ज्यादा आए हैं। प्रवासी पक्षियों ने अक्टूबर 2010 में यहां आना शुरू किया था और वे मार्च तक यहां रहेंगे।
राज्य वन विभाग ने 'बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी'(बीएनएचएस) और 'वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर' की भारत स्थित इकाई के साथ मिलकर तीन दिन 15-17 जनवरी, 2010 तक यहां मौजूद पक्षियों की गणना की थी। जिसके मुताबिक यहां 91 जलपक्षी प्रजातियों के 144,000 पक्षी पहुंचे हैं।


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